Too Crafty…
ज्यादातर बुद्धिजीवीयों के समाज में नकारात्मक योगदान के कारण
- स्थूल एवं अकर्मण्य व्यवहार,
- निज स्वार्थ के प्रति अपेक्षाकृत विशेष आग्रह एवं अनुरूप ही व्यवहार,
- मानसिक विकास के साथ पलायनवादी विचारधारा का बढ़ता प्रभाव,
- अप्रासंगिक होने की उहापोह,
- लठैत संस्कृति के प्रति संकोच, यश मलिन व अलग-थलग पडने का भय,
- सम्पुर्ण प्रक्रिया दीर्घकालिक,
- उत्तरापेक्षित चुनौतियाँ,
- आर्थिक पक्ष का अपुर्ण होना,
- आग्रह को आमन्त्रण की अपेक्षा,
- बौद्धिक हठधर्मिता,
- सम्पूर्ण परिवेश में अल्प समर्थन,
- दाँव पेच में अकुशल, अव्यवहारिक,
- अपर्याप्त अनुभव, पिछले परिणामों से सबक !!